*आज की चर्चा का विषय है - समाज आंदोलन, प्रउत स्थापना का एक संकल्प पत्र है। सर्वजन हित एवं सुख के लिए लिखा गया शपथ पत्र प्रउत के नाम से जाना जाता है। प्रउत को धरा पर स्थापित करने का एक संकल्प पत्र समाज आंदोलन है। समाज आंदोलन के माध्यम से ही प्रउत का सर्वजन हित एवं सुख का शपथ पत्र लिखा जाना है, जिसकी सहायतार्थ प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति, प्राउटिस्ट पंच फैडरेशन, प्राउटिस्ट वाहिनी व प्राउटिस्ट समाज सेवादल है। अतः समाज आंदोलन को अपने पैरों पर खड़ा होना होगा, समाज आंदोलन को बैसाखियों के सहारे चलने की आवश्यकता नहीं है। अपने स्वयं की पांवों को मजबूत करना है, चूंकि यह मंच मात्र भारतवर्ष में समाज आंदोलन की चेतना फूंकने के लिए क्रियाशील है, इसलिए समाज आंदोलन को 44 मस्तिष्क व शरीर युक्त एक महाप्राणी की संज्ञान देता है। भारतवर्ष की 44 गोष्ठियाँ, भारतवर्ष का स्वर्णिम भविष्य लिखेंगी। इसलिए 44 जन गोष्ठियों को एक साथ मिलकर अपने अपने क्षेत्र को सर्वांगीण कल्याण की ओर ले चलना ही समाज आंदोलन के संकल्प पत्र की रेखांकित करने योग्य लाइनें है।*
*यह 44 जन गोष्ठियाँ भारतवर्ष की पहचान है, इसलिए उन्हें सांस्कृतिक, आर्थिक, सामाजिक व राजनैतिक दृष्टि से सबल एवं प्रबल बनाना ही आर्थिक लोकतंत्र का चरितार्थ बिन्दु है। आत्मनिर्भर सामाजिक आर्थिक इकाइयां ही आत्मनिर्भर भारतवर्ष देंगे। अतः भारतवर्ष की समझ रखने वाले महा मानवों से अनुरोध के भारतवर्ष को जानों एवं एक सुदृढ़ भारतवर्ष का निर्माण करों, यह मजबूत भारतवर्ष ही विश्व भारत अर्थात महा विश्व का निर्माण करेंगा।*
*भारतवर्ष की सामाजिक आर्थिक इकाइयां भारतवर्ष की संस्कृति है। इसलिए संस्कृति की पहचान के 44 समाज इकाइयां का एक, अखंड व अविभाज्य मानव समाज भारतवर्ष की धरती को देना ही समाज आंदोलन का शपथ पत्र है।*
भारतवर्ष के सामाजिक आर्थिक इकाइयां ( समाजों की सूची)
1. बंगाली समाज
2. अंगिका समाज
3. मिथिला समाज
4. मगही समाज
5. नागपुरिया समाज
6 भोजपुरी समाज
7. उत्कल समाज
8. कौशल समाज
9. भुटिया/सिक्किमेसे समाज
10. बोड़ो समाज
11.असम उन्नयन समाज
12. कोड्आगु समाज
13. अवधि समाज
14. बृज समाज
15. हरियाणवी समाज
16.गढ़वाली समाज
17. कुमायुनी समाज
18. पंजाबी समाज
19. सिरमौरी समाज
20. पहाड़ी समाज
21. किन्नोरी समाज
22. डोगरी समाज
23. कशियार समाज
24. लद्दाख़ी समाज
25. मारवाड़ी समाज
26. हाड़ौती समाज
27. मेवाड़ी समाज
28. कच्छी समाज
29.काठियावाड़ी समाज
30. गुर्जर समाज
31. विदर्भ समाज
32. सहयाद्रि समाज
33. मालवा समाज
34. बुंदेलखंडी समाज
35. बगहेलखंडी समाज
36. छत्तीसगढ़ी समाज
37. तेलंगाना समाज
38. आंध्रा/सिरकार समाज
39. रायलसीमा समाज
40. तमिल समाज
41. मलयालम समाज
42. कन्नड़ समाज
43. तुलु समाज
44. कोंकणी समाज
---- मिजोरम, मणीपुरी नाग बंगालीस्थान के भाग है
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