मेरी दृष्टि में प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति (Proutist Sarva Samaj Samiti in my view)

                      PSSS

प्रउत प्रणेता श्री प्रभात रंजन सरकार सार्वभौमिक उद्धार के लिए सामाजिक आर्थिक इकाइयाँ - 'समाज' की रचना की इन समाज इकाइयों को जोड़ने एवं‌ संयुक्त मंच देने के लिए प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति नामक ग्लोबल आर्गेनाइजेशन ( वैश्विक संगठन) दिया। आज हम उसी की चर्चा करेंगे। 

विश्व के सभी समाज इकाई संयुक्त आवाज का नाम है प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति इसलिए श्री सरकार इन्हें राजनीति के मंच पर नहीं ले गए। विश्व की राजनैतिक विभिन्नता कहती है कि प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति जैसे संगठन को राजनीति से उपर रहकर वैश्विक व्यवस्था का नियंत्रण करना चाहिए।


                        प्रथम -
 जो समाज इकाई सुप्त पड़ी उनको जगाकर खड़ा करना भी प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति का कार्य है।

                        द्वितीय
 जो समाज निंद्रा से जाग तो गए लेकिन अपने बल पर उठने का सामर्थ्य नहीं रखते हैं। उन्हें सहारा देकर उठाने का काम भी प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति का है। 

                       तृतीय
जो समाज जाग भी गया, अपने बल पर उठ भी गया है लेकिन चलना नहीं जानता है तो उसे अंगुली पकड़ कर चलाने का उत्तरदायित्व प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति का है।

                       चतुर्थ
 जो समाज जाग गए, अपने बल पर उठ गए तथा अपने से चल भी लेते हैं। वहाँ प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति इनके चलने की दिशा एवं गति को तय करने की भूमिका का निर्वहन करती है। 

                    पंचम 
जो समाज जाग भी गए, अपने बल पर उठ भी गए, अपने से चल भी रहे तथा उनकी गति एवं दिशा भी आदर्श है। वहाँ प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति हम राही बनकर सबल प्रदान करता है तथा प्रउत की स्थापना में मदद करता है। 

                    षष्ठ 
 जो समाज अपने यहाँ प्रउत की संस्थापना कर दी है। उन्हें वैश्विक मंच से जोड़े रखना प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति का कार्य है। 


                      प्रथम‌ 
समाज आंदोलन समाज इकाई एवं प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति की संयुक्त जिम्मेदारी है। इसलिए प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति जन आंदोलन से मुह नहीं मोड़ सकती है। 

                     द्वितीय
 प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति अपने सामर्थ्य के बल पर समाज के स्वाभिमान एवं स्वतंत्रता को कुचल नहीं सकती है। 

                   तृतीय 
प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति समाज इकाई की सहभागी है, नेता नहीं। इसलिए वह अभिभावक तो बन सकती है लेकिन समाज इकाई पर अपना प्रभुत्व थोप नहीं सकती है।  

                   चतुर्थ 
प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति का अपना वैश्विक संगठन होगा लेकिन यह संगठन परजीवी नहीं होगा। वह अपनी वित्तीय व्यवस्था स्वयं करेगा तथा इसके प्रशासनिक व्यवस्था सभी समाज इकाई को बाहर व अंदर से संरक्षण देगा। लेकिन निरंकुश नहीं रहेगी। 


प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति का स्वरूप गैर राजनैतिक रखा गया था तथा रहना होता है। वैश्विक विभिन्नता से भरी तस्वीर में प्राउटिस्ट सर्व समाज समिति राजनैतिक स्वरूप में रह‌ सर्वजन हितार्थ, सर्वजन सुखार्थ साधना नहीं कर‌ सकती है। इसलिए यह राजनीति दलदल से उपर रह कर एक आदर्श वैश्विक राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक मंच की भूमिका में रहता है। एक ऐसा राजनेता की भूमिका में रहता है जो सब कुछ करता है लेकिन राजनैतिक छवि नहीं निखारता तथा राजनैतिक दलदल से मुक्त रहता है। 

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