रिनासा आर्टिस्ट एवं राइट्स एसोसिएशन(रावा) आनन्द परिवार में साहित्य एवं कला के माध्यम में मनुष्य निर्माण की साधना में अपना योगदान देता है, ठीक उसी भांति प्राउटिस्ट यूनिवर्सल में आनन्दम् प्लेटफार्म प्राउटिस्ट के निर्माण में अपना सहयोग देता है।
कला एवं साहित्य मनुष्य की सूक्ष्म भावना को प्रकट करने एवं व्यक्त करने का सशक्त साधन है, किसी आंदोलन में साहित्यकार एवं कलाकार की भूमिका निरस जीवन में रस भर कर आनन्ददायी जीवन यात्रा के आवश्यक है।
साहित्य की गद्य व पद्य दोनों ही विधाएँ साहित्यकार के मन गहराइयों में तथ्यों उजागर करते है। इसलिए साहित्य के सर्जन में एक उद्देश्य निर्माण एवं सर्जन होता है तो वह शास्त्र की परिधि में आते है समाज व व्यक्ति की अनुशासनात्मक व्यवस्था के संचालन एवं सहयोग करती है। कलाकार साहित्य की इन विधाओं सरल एवं सुगम ढंग से रखती है।
प्रउत के आंदोलन में आनन्दम् प्लेटफार्म की भूमिका का महत्व भी अतुलनीय है।
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श्री आनन्द किरण@ आनन्दम् (रावा)
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