सेवा एवं आध्यात्मिक बनाम युवा (Service and Spiritual vs. Youth)



युवाओं को एक नई दिशा देने की पहल का नाम सेवा एवं आध्यात्म दिया गया है। इस विषय पर चर्चा करने से पूर्व हमें यह जानना जरूरी है कि युवाओं को क्या चाहिए? इससे पूर्व युवा कहते किसे है? इस विषय पर चर्चा कर लेते हैं। मनुष्य अपनी जीवन की सभी अवस्थाओं में से युवावस्था को सबसे अधिक पंसद करता है। बालक एवं किशोर युवा बनना चाहते हैं तथा प्रोढ़ एव‌ं वृद्ध भी युवा ही रहना चाहते हैं। इसलिए यौवन को जीवन की सुन्दरतम अवस्था के रूप में चित्रित किया गया है। प्राचीन काल में युवाओं का भविष्य सुरक्षित एवं सुनिश्चित था , इसलिए युवा अपने युवा अवस्था आनन्द के साथ जीता था तथा अपने एवं जगत के प्रति कर्तव्य का भी शुद्ध अन्त: करण से निवहन करता था। आज की दोषपूर्ण व्यवस्था ने युवा को झकझोर दिया है। अतः समाज के लिए युवाओं की चिंता बहुत बड़ी चुन्नौती है। युवा सक्रिय विद्यार्थी जीवन के बाद की एक अवस्था है, जो अपने जीवन की धारा को चुनता है। अतः युवाओं की सबसे बड़ी चाहत कैरियर एवं कैडर है। युवा चाहता है कि उसका कैरियर एक सुनहरे हस्ताक्षरों से लिखा जाए तथा उसका जीवन सदा एक कैडर की तरह बना रहे। अतः कह सकते हैं कि युवाओं की चाहत कैरियर एवं कैडर है। 

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युवाओं का साथ चाहने वालों को युवाओं की चिंता को अपने कंधों पर लेनी चाहिए। साथी हाथ बढ़ाना, एक अकेला थक जाएगा, मिलकर हम नया संसार बनाये, नया इतिहास लिखते हुए आगे बढ़ते जाएंगे। अतः आधुनिक युग की थीम होनी चाहिए `"कैरियर एवं कैडर निर्माण में युवाओं के साथ हम"`। यह थींम युवाओं में बदलाव एवं नव जिम्मेदारी का पोषण करती है। युवा लकीर का फकीर बनकर नहीं रहना चाहता है। उसे कुछ ऐसा चाहिए जैसा कि वह समाज से एक सुन्दर परिवेश चाहता है। लेकिन लोग उसकी चिंता कैरियर एवं कैडर के रूप में स्थापित करने से अधिक अपने अपने समुदाय का हिस्सा बनाने पर अधिक रुचि रखता है। अतः कैरियर एवं कैडर निर्माण में युवाओं साथ देने वाले सच्चे हमराही की युवाओं को जरुरत है। मोटिवेशन स्पीकर, कोचिंग इन्स्टिट्यूट, एकेडमी इत्यादि संस्थान युवाओं को अपने ओर खिंचने के वाणिज्यिक उपाय करती है। किसी ने भी युवाओं की निस्वार्थ मदद करने की कोशिश नहीं है। कुछ जातिय एवं साम्प्रदायिक संस्थान युवाओं की इस चिंता में आगे आए हैं क्योंकि उन्हें अपनी जाति एवं सम्प्रदाय के अस्तित्व की रक्षा करनी है। युवा उनके एहसान के तले दबा रहकर समाज की तस्वीर को बदलने की अपनी चाहत ही भूल जाता है। यदि कोई युवाओं को विश्व मानवता से प्यार करना सिखाना चाहता है तो उसके कैरियर एवं कैडर निर्माण की चिंता अपने हाथों में ले। अधिक से अधिक मानवता ही नव्य मानवता की सोच को प्यार करने वाले युवा का निर्माण हमदर्द बनकर किया जाता है, एक व्यापारी बनकर कदापि नहीं। युवाओं को अपने से जोड़ने के लिए युवाओं से स्वयं को जुड़ना होता है। युवाओं से जुड़े बिना हम युवा को अपने से नहीं जोड़ सकते हैं। आज युवा हम दूर जा रहा है। उन्हें अपनी दुनिया खुद बनानी पड़ती है। यह सुन्दर हो तथा विस्मृत। इससे वह बै ख्याल है। युवाओं के कैरियर को सही दिशा मिले तथा उसका कैडर बना रहे। 


विषय की ओर चलने के लिए हम प्रगतिशील उपयोग तत्व के साथ युवाओं की चिंता का मिलन करेंगे। प्रउत को समाज में स्थापित करने के लिए सभी क्षेत्र में अच्छे एवं सच्चे कैडर की जरूरत है। जो युवाओं के कैरियर के माध्यम से समाज में प्रवेश होती है। अधिक से अधिक प्रउत के चिन्तक सरकार, गैर सरकारी सेवाओं एवं प्रतिष्ठान में प्रवेश करे इसलिए युवाओं के कैरियर एवं कैडर की जिम्मेदारी प्रउत को अपने हाथ में लेनी होगी। हर शहर में युवाओं के लिए प्राउटिस्ट अच्छा कोचिंग सेंटर एवं आवसीय सुविधा के केन्द्र स्थापित करने होंगे तथा युवा उसका साहरा लेकर सेवा एवं आध्यात्मिकता से परिचित होते हुए आगे बढ़ सके। उपयोगिता प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जरूरत है। जहाँ युवाओं अधिक से अधिक संख्या में कैरियर व कैडर निर्माण की ओर ले जाए जा सकें। यह है युवाओं के निर्माण की थीम। 


सोसियल सर्विस के वोलेंटियर तैयार करने वाले संस्थान को अधिक से अधिक पुलिस, अर्द्ध सुरक्षा बल, सुरक्षा बल एवं सैन्य सेवा में अपने वोलेंटियर भेजने के लिए कैडर से कैरियर केन्द्र स्थापित करना चाहिए। ताकि इस मंच पर भी युवाओं का सेवा एवं आध्यात्मिकता से परिचय हो। अधिक से अधिक एकेडमी खेल एवं कैडर फॉर समाज सेवा के लिए तैयार करने के लिए युवाओं पुलिस एवं सैन्य बल के सपने को साकार करने में साथ देना होगा। 


सेवादल का उद्देश्य है कि सेवा की भावना से समाज को पोषित करना। यह भाव युवाओं संचार करने के लिए विश्व की सभी संस्थान में अधिक से अधिक सेवा भाव युक्त युवाओं को भेजने का जिम्मा उठाना होगा। उसके लिए भी उसे युवाओं के कैरियर एवं कैडर की चुनौती को साथ देना ही होगा। 


सेवा धर्म मिशन का कार्य धरा पर भक्ति की धारा बहाना है। लेकिन भक्ति धारा बहाने के लिए पलायनवाद एवं उत्तरदायित्व विहिन खोज तैयार करनी यात्रा नहीं है। कामकाजी युवाओं में भक्ति की धारा का प्रवेश करने के लिए सेवाधर्म मिशन को भी युवाओं के कैरियर एवं कैडर की चिंता करनी होगी। 


सम्पूर्ण जगत कल्याण के मार्ग पर चले यह आनन्द मार्ग का उद्देश्य है। जो आत्म मोक्ष एवं जगत हित के नाम से परिभाषित किया गया है। इसलिए अधिक से आनन्द मार्गी तैयार करने के लिए आनन्द मार्ग प्रचारक संघ को युवाओं के कैरियर एवं कैडर की चिंता अपने कंधों पर लेनी ही होगी। सन्यासी एवं कार्यकर्ता निर्माण आनन्द मार्ग प्रचारक संघ की व्यवस्था चालने के लिए है लेकिन जगत सेवा के लिए चारों ओर आनन्द मार्गियों भेजना भी आनन्द मार्ग की जिम्मेदारी है। अतः आनन्द मार्ग की जागृति का सफलतम‌ कार्य समाज को कैरियर एवं कैडर प्रदान करना है। इसलिए युवाओं की भविष्य की चिंता अपने हाथ लेनी ही होगी ताकि पथ भ्रमित होती युवा पीढ़ी सेवा एवं आध्यात्मिक का मूल्य पहचान सकें। 

आओ विषय को पूर्णाहुति देते हैं। यदि हम चाहते हैं कि युवा सेवा एवं आध्यात्मिकता से परिचित हो तो हमें युवाओं के कैरियर एवं कैडर का भार अपने ऊपर उठाना ही होगा।‌‌ इसके अधिक कैरियर एवं कैडर गाइडलाइन्स केन्द्र, शिविर एवं मोटिवेशन स्पीकर समाज को देने ही होंगे। 


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[श्री] आनन्द किरण "देव"
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