प्रखण्ड एवं प्रखण्ड स्तरीय योजना (Block and block level planning)


प्रउत अर्थव्यवस्था की सबसे महत्वपूर्ण योजना प्रखण्ड स्तरीय योजना (Block level planning) है। प्रउत प्रणेता श्री प्रभात रंजन सरकार वर्तमान प्रखण्ड (Block) निर्माण की पद्धति को उपयुक्त नहीं मानते थे। श्री पी.आर. सरकार बताते हैं कि वर्तमान प्रखण्ड (Block) राजनैतिक विचार विवेचना की भित्ति पर है। प्रउत इस तरह राजनैतिक इच्छानुसार सीमा निर्धारण की नीति का समर्थन नहीं करता है। 

          प्रखण्ड (Block)

श्री प्रभात रंजन सरकार ने प्रखण्ड (Block) की सीमा निर्धारण करने के लिए के सात तत्व बताए है। 

(१). भूमि प्रकृति  (नदी-उपत्यका) - प्रखण्ड (Block) की सीमा निर्धारण की प्रथम शर्त भूमि की प्रकृति है। इसका निर्धारण नदी-उपत्यका को आधार मानकर किया जाना है। एक नदी का उदगम क्षेत्र, मध्य क्षेत्र एवं निम्न क्षेत्र भूमि प्रकृति निर्धारण का मुख्य पहलू है। 

(२). जलवायुगत अवस्था(Varying climatic condition) - प्रखण्ड (Block) निर्धारण का दूसरा आधार जलवायुगत अवस्था(Varying climatic condition) को बताया गया है। बदलती हुई जलवायु अवस्था का भी ध्यान में रखकर प्रखण्ड (Block) की सीमा निर्धारण करनी होती है। 

(३). जमीन का ढाल(Topography) - प्रखण्ड (Block) की सीमा निर्धारण का तीसरा तत्व जमीन का ढाल तलरूप है। 

(४). मिट्टी की प्रकृति (Nature of soil) - स्थानीय मिट्टी की प्रकृति प्रखण्ड (Block) की सीमा निर्धारण का चौथा तत्व है। 

(५). संश्लिष्ट इलाके के मनुष्य का सामाजिक, आर्थिक प्रयोजन और समस्या(Social, economic purpose and problem of man in synthetic area) - प्रखण्ड (Block) की सीमा निर्धारण का पांचवा तत्व संश्लिष्ट इलाके के मनुष्य का सामाजिक, आर्थिक प्रयोजन और समस्या है। 

(६) संश्लिष्ट इलाके के पशु-पक्षि और उद्भिज के विषय में (About animals, birds and plants of synthetic area) - यह प्रखण्ड (Block) की सीमा निर्धारण का छठा तत्व है। इसमें जीव जन्तुओं के बारे में सोचा जाता है। नव्य मानवतावादी समाज में जीव जगत का स्थान है। 

(७) संश्लिष्ट इलाके के मनुष्य की शारीरिक मानसिक आशा-आकाक्षाओं की बात (Talking about the physical and mental hopes and aspirations of the humans of the synthetic area) - यह प्रखण्ड (Block) की सीमा निर्धारण का सातवां तत्व है। 

सृष्ट विकेन्द्रीकृत अर्थ नैतिक योजना ही इस वैज्ञानिक और विधि सम्मत ब्लॉक सीमा निर्धारण-भित्ती के विचार से लेना उचित है।

प्रखण्ड स्तरीय योजना (Block level planing)

उपरोक्त प्रकार के वैज्ञानिक एवं विधि सहमत प्रखण्ड (Block) के विकास की योजना का निर्धारण प्रखण्ड स्तर पर स्थानीय विशेषज्ञों द्वारा स्थानीय मिट्टी में बैठकर बनाई जाएगी। इसके लिए वातानुकूलित कमरे में बैठकर राज्य अथवा देश की राजधानी में बैठकर भाग्य का निर्धारण करने वाले योजना कारगर नहीं है। अतः प्रउत अर्थव्यवस्था प्रखण्ड स्तर की योजना का सबसे पहली प्राथमिकता देता है। यह यहाँ की भूमि, जलवायु, ढलान, मिट्टी, लोग का आर्थिक प्रयोजन व समस्या, पशु पक्षी व उद्भिज तथा मनुष्य शारीरिक मानसिक आशा व आकांक्षाओं देखकर योजना निर्धारित करेगा। 

अन्तर्प्रखण्ड योजना (Inter-block level planning) - नदी उपत्यका सहित ऐसे कई विषय के विकास एवं निस्तारण के लिए प्रखण्ड स्तरीय योजना (Block level planning) से काम नहीं चलेगा। इसके लिए  अन्तर्प्रखण्ड योजना (Inter-block level planning) आवश्यक है। इसमें संबंधित प्रखण्ड (Block) मिलकर एक साझी योजना(Joint plan) तैयार करेंगे। निश्चित रूप इसके लिए प्लैटफ़ॉर्म भुक्ति ही प्रधान करेंगी। भुक्ति समिति इसके लिए एक छत्रक संगठन (umbrella organization) की भूमिका का निर्वहन करेगा। उसकी छत्रछाया में संबंधित सभी प्रखण्ड (Block) संयुक्त समस्या का निर्धारण करेंगे। 

भुक्ति स्तरीय योजना(District level planning) - प्रखण्ड स्तर पर योजना निर्धारण एवं बजट संयोजन करने का अधिकार है। फिर भी कुछ समस्या सभी ब्लॉक के सामान्य होती है। उसके भुक्ति स्तर पर योजना बनानी होगी तथा उसका बजट भी जुटाना होगा। इसमें स्थानीय सेवा के मुद्दे मुख्य होते हैं। 

समाज स्तरीय योजना (Samaj level planning) - सामाजिक आर्थिक इकाई समाज को आत्मनिर्भर इकाई के रूप में विकसित करना है। इसलिए इस सामाजिक आर्थिक इकाई के लिए योजना बनाने तथा बजट जुटाने की योजना आवश्यक है। यदि समाज का क्षेत्र बड़ा है तो संभाग में बांटकर योजना बनाई जा सकती है। 

उच्च स्तरीय योजना(High level planning) - सामाजिक आर्थिक इकाई से उपर राज्य, देश एवं विश्व के लिए भी योजना का निर्धारण आवश्यक है। लेकिन प्रउत में निचे से उपर स्तर तक योजना निर्धारण का क्रम चलता है।( In Prout, the process of planning takes place from bottom to top level.) 

प्रखण्ड के अन्दर की योजनाएँ (Schemes within the block) - प्रखण्ड के अंदर नगर, पंचायत, गाँव एवं वार्ड के लिए भी विकास योजना आवश्यक है। इसके लिए भी एक वैज्ञानिक व विधि सहमत योजना आवश्यक है।
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[श्री] आनन्द किरण " देव"
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