हरियाणा में समाज आंदोलन

*हरियाणा राजनैतिक इकाई एवं समाज आंदोलन*
*1. परिचय* - हरियाणा उत्तर भारत का एक राज्य है जिसकी राजधानी चण्डीगढ़ है। इसकी सीमायें उत्तर में पंजाब और हिमाचल प्रदेश, दक्षिण एवं पश्चिम में राजस्थान से जुड़ी हुई हैं। यमुना नदी इसके उत्तर प्रदेश राज्य के साथ पूर्वी सीमा को परिभाषित करती है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली हरियाणा से तीन ओर से घिरी हुई है और फलस्वरूप हरियाणा का दक्षिणी क्षेत्र नियोजित विकास के उद्देश्य से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल है। ब्रितानी भारत में हरियाणा पंजाब राज्य का अंग था जिसे 1966 में भारत के 17वें राज्य के रूप में पहचान मिली।

*2. इतिहास से* - पुरातात्विक स्थल, महाभारत का युद्ध, पानीपत की लडाई इत्यादि ऐतिहासिक प्रमाण हरियाणा को प्रसिद्धि दिलाते है। 

*3. हरियाणा की कहानी* - स्वतन्त्रता के बाद सबसे पहले 1948 में हरियाणा राज्य कि अधिकारिक मांग पंजाबी नेता तारा सिंह द्वारा उठाई गई थी। 1 अक्टूबर, 1949 को सच्चर फ़ार्मूला के अंतर्गत पंजाब को दो क्षेत्रों पंजाबी क्षेत्र और हिंदी क्षेत्र में विभाजित कर दिया ,परंतु जनता ने इसे अस्वीकार कर दिया। राज्य के रूप में हरियाणा 1 नवंबर 1966 को पंजाब पुनर्गठन अधिनियम (१९६६) के माध्यम से अस्तित्व में आया था। भारत सरकार ने २३ अप्रैल १९६६ को पंजाब के तत्कालीन राज्य को निवासियों द्वारा बोली जाने वाली भाषाओं के आधार पर विभाजित करने के विचार के बाद हरियाणा के नए राज्य की सीमा निर्धारित करने के लिए न्यायमूर्ति जेसी शाह की अध्यक्षता में शाह आयोग की स्थापना की। आयोग ने ३१ मई १९६६ को अपनी रिपोर्ट दे दी, जिससे हिसार, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, रोहतक और करनाल के तत्कालीन जिलों हरियाणा के नए राज्य का हिस्सा बन गए। इसके अलावा, संगरूर जिले की जिंद और नरवाना तहसील, और साथ साथ ही नारायणगढ़, अंबाला और जगधरी को भी इसमें शामिल किया जाना था।

*4. नामकरण* - 
. प्रथम मत - मानवविज्ञानी इस विचार के साथ आए कि हरियाणा को इस नाम से जाना जाता है क्योंकि महाभारत काल के बाद यहां आभीर रहते थे। जिन्होंने कृषि की कला में विशेष कौशल विकसित किया।. 
द्वितीय मत - प्राण नाथ चोपड़ा के अनुसार हरियाणा का नाम अभिरायाणा-अहिरयाणा-हिरयाना-हरियाणा से मिला।
. तृतीय मत - हरियाणा को ऋग्वेद में रज हरियाणे कहा गया है।
. चतुर्थ मत - हरियाणी भाषा पर हरियाणा कहलाया । 


*5. हरियाणा की राजनीति* - चण्डीगढ़ राज्य की राजधानी है। 90 सदस्य की विधानसभा तथा 10 लोकसभा तथा 5 राज्यसभा के सदस्य हरियाणा के है । हरियाणा की राजनीति का एक ध्रुव कांग्रेस तो दूसरा ध्रुव क्षत्रिय पार्टियां रही है आजकल भाजपा के आने के बाद मुकाबला बहुकोणीक हो गया है। हरियाणा की राजनीति सबसे अधिक चौधरी देवीलाल ने प्रभावित किया है। 

*हरियाणा में समाज आंदोलन*
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1. हरियाणवी समाज

 हरियाणा सरकार ने राज्य को छ: मंडल में विभाजित किया है। यह 6 मंडल 22 भुक्तियों में विभक्त है। 
*a. अम्बाला मंडल*
1. पंचकुला
2. अम्बाला
3. यमुनानगर
4. कुरुक्षेत्र

*b.करनाल मंडल*
5. करनाल
6. कैथल
7. पानीपत
 
*c. हिसार मंडल*
8. जींद
9. फतेहाबाद
10. हिसार
11. सिरसा

 *d. रोहतक मंडल*
12. सोनीपत
13. रोहतक
14. भिवानी
15. दादरी
16. झज्जर

*e. गुरुग्राम मंडल*
17.महेंद्रगढ़
18.रेवाड़ी
19.गुरुग्राम

*f.फरीदाबाद मंडल* 20.फरीदाबाद
21.मेवात(नूहं)

2. ब्रज समाज

1. पलवल भुक्ति
2. बल्लभगढ़ उपभुक्ति (फरीदाबाद भुक्ति)
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