लद्दाखी समाज एवं लद्दाख राजनैतिक इकाई

*लद्दाख राजनैतिक इकाई एवं लद्दाखी समाज*
लद्दाख 
(तिब्बती लिपि: ལ་དྭགས་  ; ")
1. नाम का अर्थ - "ऊँचे दर्रों (passes) की भूमि"। 

2. परिचय - भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश है, जो उत्तर में काराकोरम पर्वत और दक्षिण में हिमालय पर्वत के बीच में है। यह भारत के सबसे विरल जनसंख्या वाले भागों में से एक है। भारत गिलगित बलतिस्तान और अक्साई चिन को भी इसका भाग मानता है, जो वर्तमान में क्रमशः पाकिस्तान और चीन के अवैध कब्जे में है। 

3. विस्तार  - यह पूर्व में तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र, दक्षिण में भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश, पश्चिम में जम्मू और कश्मीर केन्द्र शासित प्रदेश और पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बल्तिस्तान से घिरा है।
4. राजनीति - लद्दाख भारत का एक केन्द्रशासित प्रदेश है। यह जम्मू कश्मीर जुड़ा हुआ था। यहाँ एक मात्र लोकसभा क्षेत्र है, विधानसभा के बारें में निर्णय नहीं हुआ है। 

*लद्दाखी समाज*

लद्दाख़ी (Ladakhi language) भारत के लद्दाख प्रदेश की प्रमुख भाषा है। इसे भोटी भी कहते हैं। यह एक तिब्बताई भाषा है किन्तु मानक तिब्बती भाषा तथा लद्दाखी जानने वाले एक दूसरे को नहीं समझ सकते। भारतवर्ष के लद्दाख केन्द्र शासित प्रदेश के करगिल व लेह लद्दाख मिलकर लद्दाखी  समाज बना है। 

*लद्दाखी समाज की रचना* - केन्द्रीय इकाई में दो भुक्ति इकाई है। 

*1. लेह लद्दाख भुक्ति* - लेह ज़िला भारत के केंद्रशासित लद्दाख़ राज्य का एक ज़िला है। जो हिमालय से पार तिब्बत के पठार के पश्चिमी भाग पर विस्तारित है। लेह ज़िले का मुख्यालय लेह शहर है। लेह, खलात्से, न्योमा, खारु, दिस्कित, सस्पोल, दुरबुक व सुमुर नामक 8 तहसीलें है। 
*राजनैतिक स्वरुप* - ये जिला लद्दाख लोकसभा क्षेत्र में है। 

*2. कारगिल भुक्ति* - कारगिल ज़िला, जिसे करगिल ज़िला भी कहते हैं, भारत के लद्दाख़ राज्य का एक ज़िला है। इस ज़िले का मुख्यालय कारगिल शहर है। कारगिल, ज़ंस्कार, द्रास, शरगोले,शकर-चिकटन, तैसुरू व संकु नामक 7 तहसीलें है। 
*राजनैतिक स्वरुप* - ये जिला लद्दाख लोकसभा क्षेत्र में है।
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